Highlights
- देश में ठीक हुआ मंकीपॉक्स का पहला मरीज
- अस्पताल से मिली छुट्टी
- केरल में मिला था देश का पहला मरीज
Monkeypox: मंकीपॉक्स कोरोना के बाद दुनिया के लिए दूसरी सबसे घातक बीमारी बन गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की माने तो अब तक दुनिया में लगभग मंकीपॉक्स के 20 हजार से ज्यादा मामले दर्ज हो गए हैं। भारत में भी इस वायरस से चार लोग संक्रमित हो गए हैं। लेकिन अब इसे लेकर एक राहत की बात सामने आई, देश का पहला मंकीपॉक्स का मरीज अब ठीक हो गया है और उसे अस्पताल से भी छुट्टी मिल गई है। केरल के स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने इस मामले में बताया कि मंकीपॉक्स से संक्रमित पहले व्यक्ति की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।
केरल में मिला था देश का पहला मरीज
देश में मंकीपॉक्स का पहला मामला केरल में सामने आया था। विदेश से केरल में लौटे एक 35 साल के व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जांच में व्यक्ति में मंकीपॉक्स संक्रमण की पुष्टि हुई थी। युवक तीन दिन पहले संयुक्त अरब अमीरत (UAE) से केरल के कोल्लम पहुंचा था।
भारत मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट मोड पर
देश और दुनिया में मंकीपॉक्स के खतरे को देखते हुए भारत सरकार अब बिल्कुल अलर्ट मोड में आ गई है। कोरोना से सबक लेते हुए सरकार ने देश में मंकीपॉक्स के मामलों को देखते हुए इसकी वैक्सीन को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। केंद्र सरकार ने मंकीपॉक्स की वैक्सीन बनाने के लिए टेंडर निकाला है। सरकार ने इसकी वैक्सीन बनाने के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट लेकर आई है यानी कि टेंडर लेकर आई है। ये मंकीपॉक्स की वैक्सीन बनाने और उसकी जांच करने के लिए टेस्ट किट बनाने को लेकर आई है। देश में मंकीपॉक्स के अब तक 5 मामले सामने आए हैं। दुनिया की बात करें तो मंकीपॉक्स अब तक 78 देशों में फैल चुका है और कुल 18 हजार मामले सामने आ चुके हैं।
70 फीसदी मामले यूरोपीय देशों में
मंकीपॉक्स से प्रभावित देशों में अभी तक कुल 20 हजार मामले सामने आ चुके हैं। बता दें कि 70 फीसदी मामले यूरोपीयन देशों से सामने आए हैं तो वहीं 25 फीसदी मामले अमेरिकी क्षेत्र से हैं। पूरी दुनिया की बात करें तो मंकीपॉक्स की वजह से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं भारत में 5 केस आए हैं पर मौत किसी की नहीं हुई है। दुनिया में 10 फीसदी ऐसे मरीज हैं जिन्हें हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी है।