विवेक कुमार यादव । ब्युरो । बिहार/झारखंड ।
पटना:
जन सुराज पार्टी ने आज पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जदयू उपाध्यक्ष सह विधान पार्षद संजय सिंह द्वारा प्रशांत किशोर और जन सुराज पर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद और निराधार बताया। पार्टी के महासचिव एवं पूर्व विधायक किशोर कुमार ने कहा कि:
“प्रशांत किशोर ने कभी डिप्टी सीएम बनने की मांग नहीं की। बल्कि 2015 में जब नीतीश कुमार का राजनीतिक भविष्य संकट में था, तब उन्हीं की अपील पर प्रशांत किशोर ने सहयोग कर मुख्यमंत्री की कुर्सी बचाने में भूमिका निभाई थी।”
किशोर कुमार ने CAA और NRC के मुद्दे पर जदयू से प्रशांत किशोर के अलगाव की याद दिलाते हुए कहा कि जदयू नेताओं को आत्मचिंतन करना चाहिए, ना कि भ्रम फैलाना चाहिए।
जन सुराज के पूर्व विधान पार्षद रामबली चंद्रवंशी ने भी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि:
“जब प्रशांत किशोर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनके सरकारी आवास में रहते थे, तब संजय सिंह की कोई राजनीतिक पहचान नहीं थी। आज वे बेमतलब के आरोप लगा रहे हैं क्योंकि उन्हें इस बात का अहसास हो चुका है कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि संजय सिंह के आरोप “बेमौसम की बारिश” की तरह हैं, जिनका कोई सार नहीं है।
पार्टी प्रवक्ता सोनाली आनंद ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहते हुए स्पष्ट किया कि:
“जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह के खिलाफ भी संजय सिंह द्वारा दिए गए बयान पूरी तरह तथ्यहीन हैं। उदय सिंह परिवारवाद के खिलाफ आवाज उठाते हैं, न कि जन सुराज में इसे बढ़ावा देते हैं जैसा कि कुछ दलों में देखने को मिलता है।”
जन सुराज का स्पष्ट मत है कि – अब जब बिहार में बदलाव की आहट साफ सुनाई दे रही है, जदयू नेता जनता के सवालों से डरकर असंबंधित आरोपों की ओट में छुपने की कोशिश कर रहे हैं।
अंत में, पार्टी ने दो टूक कहा कि:
“जो लोग शीशे के घरों में रहते हैं, उन्हें दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए।”
