अजित कुमार । Editorial :
मुंगेर: नोलाख्खा निवासी पियूष कुमार को 27 मार्च 2025 को अपराधियों द्वारा जान से मारने की नियत से गोली मार दी गई थी। यह घटना कासिम बाजार थाना कांड संख्याः 96/25 के अंतर्गत दर्ज है। गोलीकांड के मुख्य आरोपी अमित कुमार और सुमित कुमार पर पीड़ित परिवार का आरोप है कि वे खुलेआम जान से मारने की धमकी दे रहे हैं और केस उठाने का दबाव बना रहे हैं।
पीड़ित पियूष कुमार के पिता, जो एफसीआई गोदाम में मजदूरों की आपूर्ति का कार्य करते हैं, ने बताया कि पहले एक बार मजदूरी के कार्य को लेकर अमित और सुमित से विवाद हुआ था। उसी रंजिश में 27 मार्च को अमित, सुमित, सन्नी और राजा कुमार ने मिलकर उनके बेटे को JRS कॉलेज, नौलख्खा के पास घेर कर गोली मार दी थी, जो उसके पेट में लगी। गंभीर स्थिति में पियूष को पहले मुंगेर सदर अस्पताल और फिर पटना रेफर किया गया।
इलाज के बाद किसी तरह जान तो बची, लेकिन अब पुनः केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है और आरोपी खुलेआम धमकी दे रहे हैं कि “अगर केस नहीं उठाया, तो इस बार जान लेकर ही छोड़ेंगे।” पीड़ित परिवार का कहना है कि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। आरोप है कि अमित और सुमित स्थानीय पुलिस को भी “पॉकेट में रखने” की धमकी देते हैं।
परिवार ने यह भी कहा कि आरोपी भू-माफिया हैं, जो जमीन कब्जाने, रंगदारी वसूलने और गुंडागर्दी में लिप्त हैं। पीड़ित पक्ष ने बिहार के माननीय मुख्यमंत्री, DGP, DIG, मुंगेर SP और मानवाधिकार आयोग से गुहार लगाई है कि दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी हो, ताकि एक और जानलेवा हमला रोका जा सके।
हमारा पूरा परिवार भय और असुरक्षा के साए में जी रहा है। यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो किसी बड़े हादसे की ज़िम्मेदारी प्रशासन की होगी।
