विवेक कुमार यादव । ब्युरो । बिहार/झारखंड ।
छपरा, सारण:
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने छपरा (सारण) में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर राजनीतिक और नीतिगत आरोप लगाए। उन्होंने नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति को लेकर सवाल उठाया और पीएम मोदी पर बिहार को “मजदूरों का राज्य” बनाए रखने की सोची-समझी रणनीति का आरोप लगाया।
🔹 CM नीतीश कुमार पर तीखा हमला
प्रशांत किशोर ने कहा:
“मुजफ्फरपुर में निर्भया कांड से भी भयावह घटना हो जाती है, लेकिन मुख्यमंत्री एक शब्द नहीं बोलते। यह उनकी मानसिक स्थिति पर सवाल खड़ा करता है। अगर वे सच में मानसिक रूप से स्वस्थ हैं, तो मेरे ऊपर मानहानि का मुकदमा करें और कोर्ट में साबित करें कि वे बिहार चलाने के लायक हैं।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार और जनता को यह जानने का अधिकार है कि मुख्यमंत्री की मानसिक और शारीरिक स्थिति कैसी है, और क्या वे प्रदेश के प्रशासनिक संचालन के लिए उपयुक्त हैं या नहीं।
🔹 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलायन नीति का आरोप
बिहार में बेरोजगारी और पलायन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करते हुए किशोर ने कहा:
“बिहार को जानबूझकर एक लेबर सप्लाई स्टेट बना दिया गया है। यहां से मजदूर गुजरात की फैक्ट्रियों में जाकर काम करें, इसलिए बिहार में फैक्ट्रियों का विकास रोका गया।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के 11 वर्षों के शासन में बिहार में एक भी बड़ा औद्योगिक प्रतिष्ठान नहीं खोला गया। किशोर ने सवाल उठाया कि:
- पंजाब, हिमाचल या तमिलनाडु के लोग मजदूरी के लिए बाहर क्यों नहीं जाते?
- क्यों बिहार के बच्चे कश्मीर, गुजरात और तमिलनाडु में कम मजदूरी पर काम करने को मजबूर हैं?
उन्होंने इसे लेबर कॉस्ट को जानबूझकर नीचे बनाए रखने की एक क्रूर रणनीति बताया।
