विवेक कुमार यादव । ब्युरो । बिहार/झारखंड ।
पटना : दिनांक 6 जून 2025 को बिहार रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी (BRDS) के सभा कक्ष में मनरेगा, जीविका और जल-जीवन-हरियाली अभियान की एक संयुक्त उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता आयुक्त मनरेगा-सह-मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, BRDS-सह-अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, जीविका-सह-मिशन निदेशक, जल-जीवन-हरियाली मिशन, श्रीमती अभिलाषा कुमारी शर्मा ने की।
🔹 ग्रामीण हाटों को जीविका दीदियों के लिए उद्यमिता केंद्र बनाने की पहल
बैठक में मनरेगा एवं जीविका के अभिसरण के अंतर्गत जीविका दीदियों को आजीविका संवर्धन हेतु अधिक अवसर देने पर चर्चा हुई। निर्णय लिया गया कि ग्राम पंचायतों में मनरेगा अंतर्गत निर्मित ग्रामीण हाटों को जीविका दीदियों के उत्पादों की बिक्री एवं विपणन हेतु उपयोग में लाया जाएगा। आयुक्त ने निर्देश दिए कि इन हाटों का निरीक्षण कर व्यवसायिक उपयोग के अनुकूल ढांचा तैयार किया जाए तथा एक समान मॉडल विकसित किया जाए।
🔹 पोखर, तालाबों के माध्यम से मत्स्य पालन व कृषि को बढ़ावा
श्रीमती शर्मा ने बताया कि मनरेगा के तहत निर्मित पोखरों एवं तालाबों को जीविका समूहों को हस्तांतरित किया गया है, जिनका उपयोग मत्स्य पालन, बतख पालन एवं कृषि जैसे कार्यों में हो रहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में अधिक से अधिक पोखर बनाए जाएं और जीविका समूहों को सौंपे जाएं।
🔹 वृक्षारोपण लक्ष्य: 5 करोड़ पौधे
जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत 5 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बैठक में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रतिनिधियों द्वारा अद्यतन प्रगति की जानकारी दी गई। मिशन निदेशक द्वारा सभी जिलों को निर्धारित लक्ष्य को समय पर पूरा करने के स्पष्ट निर्देश दिए गए।
🔹 11 अवयवों की विस्तृत समीक्षा
मिशन निदेशक ने जल-जीवन-हरियाली मिशन के सभी 11 अवयवों की विस्तृत समीक्षा करते हुए संबंधित पदाधिकारियों को कहा कि मनरेगा आधारित अवयवों के क्रियान्वयन को प्राथमिकता दी जाए ताकि समयबद्ध लक्ष्य प्राप्त किया जा सके।
इस बैठक में जीविका, मनरेगा एवं जल-जीवन-हरियाली अभियान से संबंधित वरिष्ठ अधिकारीगण, जिला स्तरीय पदाधिकारी (ऑनलाइन माध्यम से) उपस्थित रहे।
