संवाददाता – जुगल सिंह सोलंकी । राजस्थान
नथावड़ी: निकटवर्ती ग्राम नथावड़ी में इन दिनों चल रही खड़ी सप्ताह (अखण्ड हरि कीर्तन) की भक्ति-रसधारा में पूरा गाँव डूबा हुआ है। आयोजन के पाँचवे दिन जैसे ही भक्तों ने एक से बढ़कर एक भावपूर्ण भजनों की प्रस्तुति दी, पूरा मंदिर परिसर भक्तिरस में सराबोर हो गया।
राजेन्द्रपुरी गौस्वामी ने बताया कि चारभुजा मित्र मंडल एवं ग्रामवासियों के सहयोग से यह कीर्तन सप्ताह आयोजित किया गया है, जिसमें श्रद्धालु दिन-रात भजनों के माध्यम से आराध्य भगवान को रिझा रहे हैं। राधे कृष्णा और गोपाल कृष्णा जैसे भजनों से शुरू हुई यह अखंड कीर्तन श्रंखला गांव के लिए एक आध्यात्मिक पर्व बन चुकी है।
इस अवसर पर छोटे-बड़े, बच्चे-बूढ़े सभी भक्ति में लीन हैं। कुचामनी शैली के प्रसिद्ध गायक उम्मेद खां पादूकलां एवं उनके पुत्र द्वारा प्रस्तुत मीराबाई के भजन श्रद्धालुओं के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र बने। उनके गायन पर भक्तगण झूम उठे और मंदिर परिसर में देर रात तक ढोल-नगाड़ों की थाप पर भक्ति का वातावरण बना रहा।
नवनिर्मित चारभुजा नाथ मंदिर को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है, जहाँ चाय, शरबत, पानी और पौहो (प्रसाद) की उत्तम व्यवस्था की गई है।
गाँव के हर व्यक्ति ने तन-मन से न केवल भगवान की आराधना की, बल्कि एक-दूसरे की सेवा में भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। सेवा कार्य में विशेष रूप से शंकरसिंह, रामस्वरूप पारीक, महेन्द्र सिंह, ओमपुरी, पापूलाल पारीक, राजेन्द्रपुरी, चेनापुरी, बलदेव चोटिया, गिरधारीपुरी, शिवकरणपुरी, पवन वैष्णव, चेतनपुरी, पप्पू भादू, गंगाराम भादू, सुखाराम सैन, रामसुख जांगिड़, रामनिवास चोटिया, केशाराम बड़ियासर, शिवकरण (सर) चोटिया, मेहराम भादू, बस्ती भादू, रामाकिशन, सुरेन्द्रपुरी, सोनूपुरी, अशोकपुरी, पंकजपुरी, अरविंद आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।
