विवेक कुमार यादव । ब्युरो । बिहार/झारखंड ।
27.68 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति, G+1 प्रशासनिक भवन, G+2 अतिथि भवन एवं आधुनिक कॉन्फ्रेंस हॉल का होगा निर्माण ।
पटना:
बिहार सरकार ने पशु चिकित्सा क्षेत्र को तकनीकी और संरचनात्मक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने जानकारी दी है कि पटना में बिहार पशु चिकित्सा परिषद् के लिए G+1 प्रशासनिक भवन, G+2 अतिथि भवन और एक आधुनिक कॉन्फ्रेंस हॉल के निर्माण हेतु 27.68 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति दी गई है। यह राशि वित्तीय वर्ष 2025-26 और 2026-27 के बीच व्यय की जाएगी।
📍 क्या-क्या बनेंगे इस परियोजना के तहत?
- ✅ G+1 प्रशासनिक भवन – पशु चिकित्सा परिषद के प्रशासनिक कार्यों हेतु
- ✅ G+2 अतिथि भवन – आने वाले प्रतिनिधियों, विशेषज्ञों व पशु चिकित्सकों के लिए
- ✅ कॉन्फ्रेंस हॉल – सेमिनार, कार्यशालाओं और तकनीकी सत्रों के आयोजन हेतु
- ✅ एक एकड़ 16 डिसमिल भूमि पर परियोजना के समग्र विकास के लिए ले-आउट प्लान एवं तकनीकी अनुमोदन प्राप्त
🗣️ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने क्या कहा?
“यह निर्णय बिहार की पशु चिकित्सा सेवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। इससे पशुपालकों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी और पशु चिकित्सकों को आधुनिक संसाधनों के साथ कार्य करने का अवसर मिलेगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि यह भवन न केवल तकनीकी उन्नयन बल्कि वैधानिक मान्यता और अनुसंधान गतिविधियों के विस्तार के लिए भी अहम भूमिका निभाएगा।
🎯 परिषद् की क्या भूमिका होगी?
- ✅ राज्य में पंजीकृत पशु चिकित्सकों को वैधानिक मान्यता देना
- ✅ नई तकनीकों, शोध, और अंतरराष्ट्रीय मानकों से अवगत कराना
- ✅ नियमित सेमिनार, कार्यशालाएं और प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन
- ✅ पशु चिकित्सा सेवाओं को जनोन्मुखी और प्रभावशाली बनाना
🌱 पशुपालकों को क्या लाभ?
- बेहतर चिकित्सा सेवाएं
- प्रशिक्षित और तकनीकी रूप से दक्ष पशु चिकित्सक
- पशुओं की उत्पादकता और स्वास्थ्य में वृद्धि
- ग्रामीण आजीविका को मजबूती
