विवेक कुमार यादव । ब्युरो । बिहार/झारखंड ।
पटना:
बिहार की बदहाल सड़कों और पिछड़ेपन की पहचान अब बीते दौर की बात हो चुकी है। डबल इंजन की सरकार ने बदलते बिहार की विकास गाथा को नई दिशा देते हुए राज्य के सभी 38 जिलों में 13,943 ग्रामीण सड़कों और 51 पुलों के सुदृढ़ीकरण का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इस योजना की कुल अनुमानित लागत 21,652 करोड़ रुपये होगी।
परियोजना की मुख्य बातें:
- 🔹 13,943 ग्रामीण सड़कें होंगी सुदृढ़, कुल लंबाई – 24,414 किमी
- 🔹 51 पुलों की संरचना को भी किया जाएगा मज़बूत
- 🔹 वित्तीय वर्ष 2025-26 में सभी कार्य होंगे शुरू
- 🔹 सड़कों की सतह को बेहतर कर गुणवत्ता और स्थायित्व बढ़ाया जाएगा
एक समय था जब बिहार की पहचान अपराध, अपहरण और गड्ढों वाली सड़कों से होती थी। दूरी किलोमीटर में नहीं, घंटों में मापी जाती थी। लेकिन अब यह बिहार सड़क कनेक्टिविटी में अग्रणी बनता जा रहा है। सरकार की यह कोशिश केवल विकास नहीं, बल्कि विश्वास का प्रतीक है।
विपक्ष को आईना दिखाती हैं ये चमचमाती सड़कें, जो उन्हें उनके कार्यकाल की दुर्दशा की याद दिलाती हैं।
