विवेक कुमार यादव । ब्युरो । बिहार/झारखंड ।
पटना:
बिहार के हवाई संपर्क को सशक्त बनाने की दिशा में एक और बड़ी पहल की गई है। केंद्र की उड़ान योजना के तहत मुजफ्फरपुर और रक्सौल में हवाई अड्डों के निर्माण कार्य को नई गति मिली है। खास बात यह है कि मुजफ्फरपुर के पताही में न केवल एक पूर्ण विकसित हवाई अड्डा बनाया जाएगा, बल्कि यहां एक उड्डयन प्रशिक्षण अकादमी की भी स्थापना की जाएगी।
मुजफ्फरपुर एयरपोर्ट को 25 करोड़ का आवंटन-
राज्य सरकार ने मुजफ्फरपुर स्थित पताही हवाई अड्डे के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) से रनवे और चहारदीवारी निर्माण हेतु एनओसी की मांग की है। इस परियोजना के लिए 25 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। साथ ही यहां एक VIP लॉज का भी निर्माण प्रस्तावित है, जिसकी डिजाइन तैयार कर ली गई है और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा।
उड़ान प्रशिक्षण अकादमी के लिए 15 साल का एमओयू-
मुजफ्फरपुर में स्थापित की जाने वाली उड़ान प्रशिक्षण अकादमी के संचालन के लिए AAI के साथ 15 वर्षों का समझौता (MoU) किया गया है। विधि विभाग से स्वीकृति प्राप्त होते ही निर्माण कार्य की दिशा में तेजी लाई गई है। यह अकादमी न केवल राज्य बल्कि पूर्वी भारत के युवाओं को विमानन क्षेत्र में प्रशिक्षित करने का एक बड़ा केंद्र बन सकती है।
रक्सौल एयरपोर्ट के मास्टर प्लान में संशोधन-
रक्सौल में प्रस्तावित हवाई अड्डे के मास्टर प्लान में भी बदलाव किया गया है। A-320 जैसे बड़े विमानों के संचालन को ध्यान में रखते हुए 139 एकड़ अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता महसूस की गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग को मोड़ने में असमर्थता के चलते मौजूदा योजना में संशोधन किया गया है।
पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी को भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रारंभ करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इस कार्य के लिए 207 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है, जिसमें से 10 करोड़ रुपये मुआवजे के लिए जारी कर दिए गए हैं।
🛫 राज्य के हवाई संपर्क को मिलेगा नया आयाम-
इन दोनों परियोजनाओं से बिहार के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र को हवाई संपर्क के क्षेत्र में एक नई पहचान मिलेगी। पर्यटन, व्यापार और आपातकालीन सेवाओं के लिहाज से यह पहल बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
