संवाददाता विशेष । विवेक कुमार यादव । बिहार / झारखंड ब्युरो
📰 छात्रवृत्ति योजनाओं से 50 लाख छात्रों को 786 करोड़ का लाभ: पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, बिहार सरकार
पटना, 30 मई 2025
बिहार सरकार के पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य के सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्गों के छात्रों को बड़ी राहत और प्रोत्साहन देते हुए लगभग 50 लाख छात्रों को 786 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति सहायता प्रदान की है। यह बिहार सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है कि वह सामाजिक न्याय और शिक्षा के क्षेत्र में समावेशी विकास को लेकर कितनी संजीदा है।
✅ मुख्यमंत्री प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना
इस योजना के तहत 48 लाख 94 हजार छात्रों को लाभ मिला, जिन्हें कुल 598 करोड़ रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई। यह सहायता उनके प्री-मैट्रिक (10वीं कक्षा तक) की पढ़ाई में सहायक बनी।
✅ मुख्यमंत्री पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना
मैट्रिक के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे 2 लाख 43 हजार छात्रों को 126 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति दी गई। इससे पूर्व 2022-23 में 3 लाख छात्रों को 160 करोड़ रुपये वितरित किए गए थे, जिससे योजना की निरंतरता और प्रभावशीलता स्पष्ट होती है।
✅ मुख्यमंत्री अत्यंत पिछड़ा वर्ग मेधावृत्ति योजना
1 लाख 10 हजार मेधावी छात्रों को इस योजना का लाभ मिला, जिनमें से 49 हजार बालिकाएं और 61 हजार बालक शामिल हैं। इन्हें कुल 110 करोड़ रुपये की राशि दी गई, जिससे उनकी उच्च शिक्षा की राह सुगम हो पाई।
✅ मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग मेधावृत्ति योजना
77 हजार मेधावी छात्रों को इस योजना के अंतर्गत 77 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति दी गई है, जिससे उन्हें अपनी शैक्षणिक उपलब्धियों को और आगे ले जाने में सहायता मिली।
📊 कुल प्रभाव और प्रतिबद्धता
विभिन्न योजनाओं के समेकित आँकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 50 लाख छात्र-छात्राओं को 786 करोड़ रुपये से अधिक की राशि प्रदान की गई है। यह बिहार सरकार द्वारा शिक्षा को सबके लिए सुलभ और समान अवसरों वाला बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने यह भी दोहराया कि सरकार की प्राथमिकता सामाजिक-शैक्षणिक रूप से कमजोर वर्गों को शिक्षा के मुख्यधारा में लाना है। इन योजनाओं से ना केवल छात्रों को आर्थिक सहायता मिली है, बल्कि उनकी शैक्षणिक निरंतरता, आत्मविश्वास और भविष्य के लिए सपनों को भी नई उड़ान मिली है।
