संवाददाता: जुगल सिंह सोलंकी । राजस्थान ।
मेड़ता सिटी में पांच दिवसीय संत समागम का भव्य शुभारंभ।
मेड़ता सिटी में संत समागम और सत्संग का शुभारंभ, पहले दिन ही उमड़ा श्रद्धा का सैलाब।
मेड़ता सिटी , राजस्थान ।
मेड़ता सिटी के महावीर नगर में रविवार को पांच दिवसीय सत्संग एवं संत समागम कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ हुआ। संतों के दिव्य सान्निध्य और श्रद्धालुओं की अपार उपस्थिति ने आयोजन को भक्तिमय रंग में रंग दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संत सम्राट सुखराम दास महाराज की वाणीजी को शोभायात्रा के माध्यम से सत्संग पंडाल तक लाकर किया गया। शोभायात्रा महावीर नगर के विभिन्न मार्गों से होती हुई पंडाल तक पहुंची। तत्पश्चात, सत्संग स्थल पर साध्वी विनोद बाईसा के मुखारविंद से सुखराम दास महाराज की अनुभव वाणी का वाचन आरंभ हुआ।
साध्वी विनोद बाईसा का सत्संग संदेश:
“जो व्यक्ति मनुष्य योनि में रहकर भी परमात्मा का स्मरण नहीं करता, वह पशु के समान है।”
— यह वाणी साध्वी विनोद बाईसा ने श्रद्धालुओं के बीच कही, जिसे श्रोताओं ने श्रद्धा से आत्मसात किया।
🛕 संतों का सान्निध्य:
कार्यक्रम में देशभर के विभिन्न संतों ने पधार कर भक्तों को अपने आशीर्वचन दिए, जिनमें प्रमुख हैं:
- महंत सज्जन राम महाराज (राम धाम, रेन)
- उत्तराधिकारी बस्ती राम महाराज
- रामधाम देवल के महंत रामकिशोर दास महाराज
- शास्त्री रामनिवास महाराज (उत्तराधिकारी)
- सेठ साहब राधा कृष्ण, झूमर शिवरा धाम सूरजमल
- सेठ साहब किशनगढ़ गुरु रामपाल महाराज
- शांताबाई महाराज
सभी संतों ने वाणीजी की वंदना की और धर्म, भक्ति, सेवा, और परमार्थ का संदेश दिया।
👥 श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़:
कार्यक्रम के पहले ही दिन पंडाल खचाखच भर गया। महिला और पुरुष श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, कर्नाटक सहित कई राज्यों से श्रद्धालु मेड़ता पहुंचे और वाणीजी के दिव्य पाठ का लाभ लिया। आयोजन के दौरान संतों की अमृतवाणी, भजन-कीर्तन और प्रवचन का दौर चलता रहेगा।
कार्यक्रम की अवधि:
दिनांक: 9 जून से 13 जून 2025 तक
स्थान: महावीर नगर, मेड़ता सिटी
