विवेक कुमार यादव । ब्युरो । बिहार/झारखंड ।
- तालाब, बागवानी, परिक्रमा पथ और संग्रहालय ने दी नई पहचान | पर्यटकों के लिए बना आकर्षण का केंद्र
पटना सिटी स्थित गुरु का बाग के पास 10 एकड़ क्षेत्र में फैले ‘प्रकाश पुंज’ का सौंदर्यीकरण कार्य अब पूर्ण हो चुका है। यह स्थल अब न केवल सिख श्रद्धालुओं के लिए बल्कि देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का एक नया और भव्य केंद्र बन गया है। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम ने इस ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल को आधुनिक सुविधाओं और पारंपरिक विरासत से सजाया है।
🏞️ क्या-क्या हुआ कार्य:
- तालाब का जीर्णोद्धार एवं चारों ओर मोरम परिक्रमा पथ का निर्माण
- बागवानी के जरिए क्षेत्र को हरा-भरा और शांतिमय रूप दिया गया
- सौर ऊर्जा से संचालित डेकोरेटिव लाइटिंग
- नौका विहार के लिए जेटी का निर्माण
- शौचालय यूनिट का निर्माण
- वॉच टावर का कार्य प्रगति पर
- अब तक ₹9.49 करोड़ की लागत से हुआ विकास (फेज-2 में)
✨ सांस्कृतिक भव्यता की अनूठी झलक
‘प्रकाश पुंज’ में सिख इतिहास और गौरवशाली परंपरा को भव्य रूप में दर्शाया गया है। गुरु गोविंद सिंह जी के चार साहिबजादों – अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह – के नाम पर चार भव्य प्रवेश द्वार बनाए गए हैं।
इन द्वारों के समीप पाँच गोलाकार संरचनाएं बनी हैं, जिनके नाम हेमकुंड साहिब, पांवटा साहिब, नांदेड़ साहिब, केशगढ़ साहिब और पटना साहिब पर आधारित हैं। इन गोलाकार दीवारों पर इन पवित्र गुरुद्वारों की लघु प्रतिकृतियाँ (मॉडल) उकेरी गई हैं।
🏛️ संग्रहालय: एक प्रेरणादायक झरोखा
प्रकाश पुंज परिसर में स्थित संग्रहालय में गुरु गोविंद सिंह जी के जीवन, शिक्षाएं और ऐतिहासिक कार्यों को चित्रों, वस्तुओं और डिजिटल तकनीक के माध्यम से दर्शाया गया है। यह संग्रहालय न केवल उनकी वीरता, त्याग और दर्शन का साक्षात्कार कराता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को आदर्शों से जोड़ने का माध्यम भी बनता है।
🌿 पर्यटन और श्रद्धा का अद्भुत संगम
पटना साहिब का यह क्षेत्र अब एक आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हो रहा है। आने वाले समय में यहां और भी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। राज्य सरकार द्वारा लिया गया यह कदम न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय रोजगार और सांस्कृतिक जागरूकता को भी बल देगा।
