विवेक कुमार यादव । ब्युरो । बिहार/झारखंड ।
- लोकसभा चुनाव में निभाई थी निर्णायक भूमिका, विधानसभा टिकट को लेकर दावेदारी सबसे मजबूत
मढ़ौरा: बिहार की राजनीति में मढ़ौरा विधानसभा क्षेत्र एक बार फिर चर्चा में है। एनडीए की ओर से सबसे प्रबल दावेदार के रूप में विनय कुमार सिंह का नाम तेजी से उभरा है। लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान के करीबी माने जाने वाले विनय सिंह को मढ़ौरा और एकमा क्षेत्र में “चिराग की टीम का सेनापति” कहा जा रहा है।
🚩 लोकसभा में रणनीतिक जीत, विधानसभा में फिर भूमिका तय
लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को मिली सफलता में विनय सिंह की बूथ स्तर की रणनीति और जमीनी पकड़ ने बड़ी भूमिका निभाई थी। अंतिम समय में सक्रिय होकर उन्होंने आरजेडी के परंपरागत गढ़ में सेंध लगाई और एनडीए को निर्णायक बढ़त दिलाई।
💬 टिकट की दौड़ में सबसे आगे विनय सिंह
हालांकि मीणा अरुण, लाल बाबू राय और चोकर बाबा जैसे नाम भी एनडीए के संभावित उम्मीदवारों में शामिल हैं, लेकिन विनय सिंह की कार्यकर्ताओं के बीच गहरी पैठ, संगठनात्मक अनुभव और चिराग पासवान का भरोसा उन्हें टिकट की रेस में सबसे आगे ला खड़ा करता है।
🔍 इंडिया गठबंधन में कमजोर पड़ती दिख रही दावेदारी
वहीं दूसरी ओर, इंडिया गठबंधन से अल्ताफ आलम राजू की स्थिति कमजोर मानी जा रही है। पिछली बार जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ चुके राजू को इस बार अपने ही समाज से अपेक्षित समर्थन नहीं मिल रहा है, जिससे उनकी दावेदारी फीकी पड़ती नजर आ रही है।
🧭 चिराग की प्राथमिक सूची में मढ़ौरा, विनय सिंह होंगे केंद्र में
जानकारों के अनुसार, एकमा और मढ़ौरा को चिराग पासवान ने अपनी पार्टी की प्राथमिक सीटों में रखा है। ऐसे में विनय सिंह की केंद्रीय भूमिका लगभग तय मानी जा रही है।
📌 जनसंपर्क और कार्यकर्ताओं के भरोसे से मजबूत हुए विनय सिंह
विनय कुमार सिंह की लगातार क्षेत्रीय सक्रियता, जनता से सीधा जुड़ाव और संगठनात्मक दक्षता उन्हें मढ़ौरा की राजनीति में एक Game Changer के रूप में स्थापित करती है। आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी अनदेखी करना एनडीए के लिए मुश्किल होगा।
