विवेक कुमार यादव । ब्युरो । बिहार/झारखंड ।
🌾 जल प्रबंधन में क्रांतिकारी पहल, गंगा जल आपूर्ति योजना को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों की अहम बैठक
पटना: बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि अब दक्षिण बिहार के नालंदा, गया और नवादा सहित कई जिलों में गंगा नदी के अधिशेष जल से खेतों की सिंचाई की जाएगी। अभी तक इन क्षेत्रों में गंगा जल का उपयोग केवल पेयजल आपूर्ति तक सीमित था, लेकिन अब यह जल खेती के लिए भी उपलब्ध होगा।
श्री मल्ल सिंचाई भवन सभागार में “गंगा जल आपूर्ति योजना” विषय पर आयोजित परिचर्चा को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम जल-जीवन-हरियाली मिशन से जुड़े 15 विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों और अभियंताओं की उपस्थिति में आयोजित हुआ। उन्होंने कहा कि यह योजना राज्य में जलवायु परिवर्तन और जल संकट से निपटने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।
📍 बेलहर जलाशय तक पहुंचेगा गंगा जल
प्रधान सचिव ने बताया कि मानसून के दौरान गंगा में आने वाले अधिशेष जल को पाइपलाइन के माध्यम से बांका जिले के बेलहर स्थित बदुआ जलाशय तक पहुँचाने की योजना है। यह जलाशय वर्षों से भर नहीं पाता, जिससे इसकी सिंचाई क्षमता 75 से 80% तक कम हो गई है। प्रस्तावित योजना से न केवल जलाशय को भरने में मदद मिलेगी, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में सिंचाई का दायरा भी बढ़ेगा।
🚰 सोन नदी और दुर्गावती जलाशय से नई योजनाएं
उन्होंने बताया कि औरंगाबाद, डेहरी और सासाराम में सोन नदी के सतही जल का उपयोग करते हुए शीघ्र ही पेयजल योजनाएं आरंभ की जाएंगी। इसके अलावा दुर्गावती जलाशय से भभुआ और मोहनिया शहरों को भी जल आपूर्ति की जाएगी।
💧 गंगा जल से अन्य जलाशयों को भरने की तैयारी
जल-जीवन-हरियाली मिशन के तहत मोरवे, जालकोट, बासकोट एवं गरही जैसे जलाशयों को गंगा जल से भरने की प्रक्रिया प्रगति पर है। मल्ल ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि मानसून के समय गंगा का अधिशेष जल व्यर्थ न जाए, बल्कि उसे सहेजकर कृषि व जन-जीवन के लिए उपयोग में लाया जाए।
🌿 जल संरक्षण व हरियाली ही सच्ची खुशहाली का आधार
इस मौके पर अभियंता प्रमुख (सिंचाई एवं सृजन) श्री अवधेश कुमार ने कहा, “जब तक जल और हरियाली है, तभी तक जीवन में खुशहाली संभव है।” उन्होंने जलवायु परिवर्तन को वैश्विक चुनौती बताते हुए वैज्ञानिक व सतत प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
👥 अधिकारियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में अपर सचिव सह उप मिशन निदेशक श्री राम कुमार पोद्दार, नीति सलाहकार श्री रविंद्र कुमार शंकर, वाल्मी शासी पर्षद के परामर्शी अध्यक्ष श्री ईश्वर चंद्र ठाकुर, मुख्य अभियंता श्री ब्रजेश मोहन, वाल्मी की निदेशक श्रीमती सीमा कुमारी, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की उप-निदेशक श्रीमती नीना झा सहित कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
