विवेक कुमार यादव । ब्युरो । बिहार/झारखंड ।
गया:
डिजिटल भारत की दिशा में कदम बढ़ाते हुए गया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग (EEE) विभाग के छात्रों ने फेस रिकग्निशन तकनीक पर आधारित एक स्मार्ट अटेंडेंस सिस्टम विकसित कर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है।
यह नवोन्मेषी प्रोजेक्ट आदित्य प्रकाश, रौनक, अपोलो बी कुमार और राहुल कुमार द्वारा, कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रंजन सरकार के तकनीकी मार्गदर्शन में तैयार किया गया है। यह सिस्टम न केवल कॉन्टैक्टलेस उपस्थिति प्रक्रिया को सुलभ बनाता है, बल्कि शिक्षा संस्थानों में पारदर्शिता और दक्षता को भी बढ़ाता है।
✅ कैसे काम करता है यह स्मार्ट अटेंडेंस सिस्टम?
जैसे ही छात्र कक्षा में प्रवेश करते हैं, एक हाई-क्वालिटी कैमरा उनके चेहरे की पहचान करता है। सिस्टम चेहरे के मिलान के साथ रीयल टाइम में उनकी उपस्थिति रिकॉर्ड करता है – बिना किसी रजिस्टर, कार्ड या मैनुअल हस्तक्षेप के।
यह पूरी प्रक्रिया एक शक्तिशाली डेटाबेस द्वारा समर्थित होती है, जो हर छात्र के चेहरे की प्रोफाइल, टाइमस्टैम्प और उपस्थिति लॉग को सुरक्षित रखती है।
📊 यूज़र-फ्रेंडली डैशबोर्ड और मोबाइल एप्लिकेशन-
सिस्टम से जुड़ा यूज़र डैशबोर्ड शिक्षकों को छात्रों की भागीदारी की निगरानी और रिपोर्ट तैयार करने की सुविधा देता है।
छात्र, अभिभावक और शिक्षक एक समर्पित वेबसाइट और मोबाइल ऐप के माध्यम से उपस्थिति की जानकारी कभी भी देख सकते हैं, जिससे संचार और पारदर्शिता को बढ़ावा मिलता है।
🔐 मशीन लर्निंग से सुरक्षित और सटीक-
इस सिस्टम में उन्नत मशीन लर्निंग एल्गोरिद्म का उपयोग किया गया है, जो रोशनी, हाव-भाव या चेहरे में छोटे बदलावों के बावजूद भी पहचान करने में सक्षम है।
यह प्रणाली प्रॉक्सी अटेंडेंस और फ्रॉड जैसे मामलों को रोकने में प्रभावी सिद्ध होती है।
प्राचार्य डॉ. रंजन सरकार ने छात्रों के इस इनोवेटिव प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि,
“यह प्रोजेक्ट डिजिटल शिक्षा व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण योगदान है, जो भविष्य के स्मार्ट क्लासरूम का मार्ग प्रशस्त करता है।”
