विवेक कुमार यादव । ब्युरो । बिहार/झारखंड ।
पटना:
जन सुराज पार्टी ने मुजफ्फरपुर में दलित नाबालिग बालिका के साथ बलात्कार और बाद में PMCH की लापरवाही से उसकी मौत को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने कहा कि यह मामला न केवल बिहार की बिगड़ती कानून व्यवस्था को उजागर करता है, बल्कि स्वास्थ्य विभाग की अमानवीय असंवेदनशीलता का भी प्रतीक है।
मनोज भारती ने कहा:
“पहले बलात्कार की घटना से कानून व्यवस्था की पोल खुलती है और फिर इलाज न मिलने से बच्ची की मौत — यह डबल क्राइम है सरकार की नाकामी का।”
उन्होंने आरोप लगाया कि PMCH, पटना में पीड़िता को चार घंटे तक एंबुलेंस में बैठाकर रखा गया और बेड उपलब्ध नहीं कराया गया, जिससे उसकी हालत और बिगड़ गई। यह व्यवहार अमानवीय है और इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
जरूरी सवाल उठाए:
मनोज भारती और पूर्व IPS आर. के. मिश्रा ने सरकार से कुछ गंभीर सवाल पूछे:
- SKMCH, मुजफ्फरपुर में आवश्यक चिकित्सा उपकरण क्यों नहीं थे?
- PMCH और SKMCH के बीच समन्वय क्यों नहीं हुआ?
- क्या दलित वर्ग की बच्ची होने के कारण लापरवाही बरती गई?
जन सुराज की प्रमुख मांगें:
- स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय तत्काल इस्तीफा दें।
- पीड़ित परिवार को ₹1 करोड़ का मुआवजा दिया जाए।
- घटना की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराई जाए।
पूर्व IPS आर. के. मिश्रा ने कहा कि जन सुराज इस मुद्दे को विधानसभा से लेकर सड़क तक उठाएगा। इंसाफ के लिए चुप नहीं बैठेंगे।
प्रेस वार्ता में जितेंद्र मिश्रा, अनुकृति, इंदु सिन्हा और गीता पांडेय भी उपस्थित थीं और सभी ने एक स्वर में सरकार से जवाबदेही तय करने की मांग की।
