संवाददाता विशेष । कुमार गौरव
🧠 “सिज़ोफ्रेनिया से डरें नहीं, इसका इलाज संभव है” – डॉ. पंकज कुमार मनस्वी
🌍 24 मई – विश्व सिज़ोफ्रेनिया दिवस पर विशेष जागरूकता संदेश
अररिया – मानसिक बीमारियों को लेकर समाज में प्रचलित भ्रांतियों को तोड़ते हुए डॉ. पंकज कुमार मनस्वी ने कहा, “सिज़ोफ्रेनिया कोई लाइलाज रोग नहीं है, इसका इलाज पूरी तरह संभव है।” उन्होंने यह संदेश 24 मई को विश्व सिज़ोफ्रेनिया दिवस के अवसर पर दिया।
डॉ. मनस्वी के अनुसार, सिज़ोफ्रेनिया एक गंभीर लेकिन इलाज योग्य मानसिक बीमारी है, जिससे आज विश्व की लगभग 1% जनसंख्या प्रभावित है। यह रोग यदि प्रारंभिक अवस्था में ही पहचाना जाए, तो उपचार की सफलता की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
🔍 क्या आपके आसपास कोई इन लक्षणों से पीड़ित है?
सिज़ोफ्रेनिया के कुछ प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं:
- एकांत में गुमसुम रहना
- बिना कारण मुस्कुराना, बुदबुदाना या बातें करना
- दूसरों की साजिश या दुश्मनी का भ्रम
- डर और भ्रम की स्थिति
- जीवनसाथी पर बेबुनियाद शक
- अकेले में काल्पनिक आवाजें सुनाई देना
- चांद-तारों, पेड़ों से संवाद करना
- गुस्सैल व्यवहार और असामान्य हरकतें
- लंबे समय तक एक ही स्थिति में पड़े रहना
- सामान्य व्यवहार में अचानक और स्थायी परिवर्तन
⚠️ किन कारणों से होता है सिज़ोफ्रेनिया?
- किशोरावस्था या युवावस्था में शुरुआत की संभावना अधिक
- अंतर्मुखी (इंट्रोवर्ट) व्यक्तियों में अधिक खतरा
- मानसिक तनाव, आघात, सामाजिक दबाव
- अनुवांशिक एवं मनोवैज्ञानिक असंतुलन
- मादक द्रव्यों का सेवन
🩺 इलाज क्या है?
सिज़ोफ्रेनिया का इलाज एक संयुक्त प्रक्रिया है:
- उचित दवाएं
- निरंतर मनोचिकित्सक की सलाह
- काउंसलिंग और पारिवारिक सहयोग
- सकारात्मक माहौल और समझ
🧘♀️ बचाव संभव है:
- सरल और संतुलित जीवनशैली
- तनाव प्रबंधन
- नियमित ध्यान और योगाभ्यास
- मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुलकर बात करना
🗣️ समाज को चाहिए समझ और सहानुभूति:
डॉ. मनस्वी ने विशेष रूप से यह अपील की कि मानसिक रोगों को कलंक न समझें। रोगी को डराएं नहीं, बल्कि उन्हें समझें, सहारा दें और जल्द से जल्द योग्य चिकित्सक से संपर्क करें।
📝 आपका एक कदम, किसी की ज़िंदगी बदल सकता है। सिज़ोफ्रेनिया को पहचानिए, समझिए और इलाज की राह अपनाइए।
