रिपोर्ट- कुमार गौरव, ब्युरो चीफ़ बिहार।
बिहटा, पटना ।
पटना, बिहटा में आपदा प्रबंधन विभाग ने लगाया शिविर, 12 दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन
बिहार के बिहटा में आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management Department in Bihta) की ओर से विभिन्न आपदा से बचाव को लेकर 12 दिवसीय आवासीय सामुदायिक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया . आगे पढ़ें पूरी खबर…
पटना: बिहटा में आपदा प्रबंदन विभाग के तरफ़ से विभिन्न आपदा से बचाव को लेकर १२ दिवसीय आवासीय सामुदायिक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। प्रदेश में बढ़ते आपदा से बचाव को लेकर लगातार कई तरह के कार्यक्रम चल रहे है तो दूसरी ओर आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ़ से भी पंचायत और गाँव स्तर तक इसका प्रशिक्षण लोगों को दिया जा रहा है।
बिह्टा के आनन्दपुर स्थित सीडीटीआई, सिविल नागरिक सुरक्षा प्रशिक्षण संस्थान में बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आलोक में अरविंद पांडेय पुलिस महानिदेशक,सह नागरिक सुरक्षा आयुक्त, बिहार के आदेशानुसार 09 बैच कटिहार जिला 58 आपदा मित्रों को 12 दिवसीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रबंधन प्रशिक्षण का पाठ्यक्रम के अनुसार आग से सुरक्षा, आधुनिक राष्ट्र की सुरक्षा, आपदा प्रबंधन में नागरिक सुरक्षा, जीवन रक्षा, तकनीकी तरीके से नदी, तालाब में डूबने से बचाव एवं तैयारी वाले उपकरण की तकनीकी जानकारी व प्रशिक्षण दी गई।
प्रत्येक दिन अलग अलग -आपदा से निपटने को लेकर एसडीआरएफ के बचाव कर्मीयों के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण शिविर नागरिक सुरक्षा के मास्टर ट्रेनर के द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, पटना के संयुक्त तत्वाधान में संचालित किया जा रहा है। इसके अलावा स्मार्ट क्लास के ज़रिए आपदा प्रबंधन विभाग के तहत से आपदा से निपटने को लेकर डिजिटल तरीक़े से भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
प्रशिक्षण में मुख्य रूप से आग पर बचाव के बारे में आपदा इंस्पेक्टर गणेश जी ओझा ने बताया कि, भारत में लगभग 75% लोग गांव में निवास करते हैं , भारत एक कृषि प्रधान देश हैं, बिहार राज्य भी आपदाओं से ग्रसित राज्य है, जिसमें आए दिन बिहार में आगलगी जैसे घटनाएं होती रहती हैं, जान–माल की नुकसान होती रहती हैं, इसे नकारा नहीं जा सकता है, आजीविका का मुख्य साधन कृषि है परंतु, मानसून पूर्वा या पछुआ हवा, मार्च से जून तक बहती है और आग लगते रहती हैं परंतु मानवीय भूल, हाईटेंशन तारों के लंबे स्पेन, जो आपस में टकरा कर चिंगारी पैदा करने के कारण फसल में आगलगी की घटनाएं होती रहती हैं।
आपदा इंस्पेक्टर ने जोर देकर प्रशिक्षुओं कों बतलाया की ग्रामीण क्षेत्रों में आग से सुरक्षा कैसे करें। रसोईघर के यथासंभव अग्नि निरोधक बनाने के लिए उसके दीवारों पर चारों तरफ गीली मिट्टी का लेप लगा दे, देहाती क्षेत्रों में घास फूस एवं खपरैल मकानों में निवास करते हैं, गर्मी के दिन में खाना सुबह 8:00 बजे से पहले, और शाम 6:00 बजे के बाद बनाएं दीप, लालटेन, ढिबरी आदि के प्रयोग में सावधानी बरतें, रसोई में कोई भी ज्वलनशील पदार्थ ना रखें जैसे मिट्टी का तेल, पेट्रोल, डीजल, सिंथेटिक कपड़ा, एसिड इत्यादि । खाना बनाते समय ढीलें और सिंथेटिक कपड़ा ना पहने, बालों को खुला न रखें रसोईघर से बच्चों को दूर रखें, एक बड़े ड्रम में पानी हमेशा भरकर रखें, खाना बनाते समय बाल्टी में रेत या बालू रखें, जुट की पुरानी बोरी को पानी में भिगोकर रखें, खलिहान के आसपास बीड़ी , सिगरेट इत्यादि ना पिए, बीड़ी ,सिगरेट पीकर बिना बुझाए इधर–उधर ना फेंके, थ्रेसर की चिंगारी और ईट भट्ठा की चिंगारी से भी आग लग सकती है, इसेसे सावधानी बरतें ।
इसके साथ यह भी बताया गया की, बाढ़ के समय आपत्कालीन दवाइयों का किट जल्दी ना खराब होने वाले खाद्य पदार्थ, हल्के बिस्तर, जरूरी कपड़े, पानी की बोतल, लंबी मजबूत रस्सी, बैटरी से चलने वाले रेडियो, बैटरी अतिरिक्त एक टॉर्च बैटरी सहित, जरूरी दवाइयां जैसे पेरासिटामोल बुखार के लिए, कमबीफ्लेम सिर दर्द, बदन दर्द, ओ आर एस, दस्त के लिए सिट्राजिन जुखाम के लिए एलर्जी के लिए दवाइयां संगठित करके रखें, साथ ही साथ जमीन और मकान के कागज, आधार कार्ड, राशन कार्ड, मनरेगा का कार्ड, मतदाता फोटो पहचान पत्र, बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र, वृधा पेंशन कार्ड, जनधन खाते का पासबुक, इत्यादि संजोग कर रखें। साथ ही आपदा से बचाव को लेकर डेमो के ज़रिए लोगों को जानकारी दी जा रही है वहीं १२ दिन प्रशिक्षण पूरा करने के बाद सभी प्रशिक्षक को आपदा मित्र से जाना जाएगा। यह अपने गाँव और पंचायत में आपदा से निपटने को लेकर लोगों की सहायता करेंगे, इसके अलावा प्रशिक्षण पूरा करने के बाद सभी आपदा मित्र को राज्य सरकार की तरफ़ से जीवन बीमा के अलावा कई तरह के लाभ भी दिए जाएँगे।
कार्यक्रम में सहयोगी कर्मिक रामानुज राय, कपिल देव प्रसाद, सिपाही मंटू कुमार सिंह, रमन कुमार, संतोष कुमार, विश्वजीत कुमार, सिपाही रंजन कुमार इत्यादि मौजूद रहें।